हास्य, व्यंग्य, कही-अनकही
लहरों सा था जीवन संग तुम्हारे
हार गये हैं क्यों बोलो उमंग तुम्हारे
सन्दर्भों में हर पल रहने वाले
खामोश क्यों हो गये प्रसंग तुम्हारे
चित्र : शाखा से लटके हुए इमली (साभार : गुगल सर्च)
चित्र विचित्र है और उस पर लिखा बहुत बढ़िया है
बेहद ख़ूबसूरत और उम्दा
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2 comments:
चित्र विचित्र है और उस पर लिखा बहुत बढ़िया है
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