हास्य, व्यंग्य, कही-अनकही
भाई काम बहुत ज्यादा है
मैं भी तो कर सकता हूँ
सुन्दर कविता है प्रोफेसर साहब. धन्यवाद. (भावप्रधान चित्र ही कविता है)
अच्छा प्रयास..
वाह बहुत सुन्दर। बधाई
अरे वाह!! आप तो कुछ भी कर सकते हैं सर!!
बहुत सुन्दर।...
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5 comments:
सुन्दर कविता है प्रोफेसर साहब. धन्यवाद.
(भावप्रधान चित्र ही कविता है)
अच्छा प्रयास..
वाह बहुत सुन्दर। बधाई
अरे वाह!! आप तो कुछ भी कर सकते हैं सर!!
बहुत सुन्दर।...
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