Saturday, June 26, 2010

बनारस के बनारसी ...

पिछले दिनों मैं दिल्ली से बाहर था. अपने गृहनगर वाराणसी जो गया हुआ था. वाराणसी कहते ही कुछ भारी भरकम सा शहर ज़ेहन में उभरता है, चलो वाराणसी न कहकर 'बनारस' या 'काशी' कह लेते हैं.

कुछ स्मृतियाँ और चित्र सहेजकर लाया हूँ जो क्रमश: बाटूँगा. पर आज मैं एक सख़्श से परिचय करवाना चाहूँगा जो मेरे लिये आदरणीय तो हैं ही मार्गदर्शक भी रहे हैं. उनका नाम है धर्मेन्द्र कुशवाहा. ये रेलवे से सेवानिवृत्त हुए हैं और लेखन से जुड़े हुए हैं. इनकी रचनाएँ प्रमुख पत्र-पत्रिकाओं में छपती रहती है.

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ये सर्वथा ब्लागजगत से अछूते थे. मैनें इन्हें ब्लागजगत से परिचय करवाते हुए इनका ब्लाग शुरू करवाया .... 'मुनादी'. इनकी प्रथम पोस्ट 'बासी रोटी' आप भी पढ़े और इन्हें ब्लागजगत में सक्रिय करने में मेरे साथ आप भी अपनी भूमिका निभाएँ (एक आग्रह).

इनके ब्लाग तक पहुँचने के लिए चटका लगायें

मुनादी

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धर्मेन्द्र कुशवाहा जी के साथ मैं

5 comments:

Arvind Mishra said...

कब आये और कंब दन से निकल लिए .

Udan Tashtari said...

जरुर देखते हैं कुशवाहा जी का ब्लॉग. परिचय का आभार.

आचार्य उदय said...

सुन्दर प्रयास।

honesty project democracy said...

वर्मा जी आपकी बनारस यात्रा सफल रही यह देखकर और जानकर प्रसन्नता हुई आपने एक नेक व्यक्ति को ब्लॉगजगत से जोरकर सराहनीय प्रयास किया है जिसके लिए आपका धन्यवाद धर्मेन्द्र कुशवाहा जी को भी हमारी शुभकामनायें ,मैं अभी बिहार के कुछ जिलों के सामाजिक जाँच के अभियान पर हूँ और गांव में नेटवर्क व बिजली की समस्या की वजह से ब्लॉग नहीं लिख पा रहा हूँ और टिप्पणियां भी देने में असमर्थ महसूस कर रहा हूँ जबकि लिखने को बहुत कुछ है ,सामाजिक जाँच में इंसानियत को शर्मसार करने वाली ढेरों बातें है जिसे अन्य ब्लोगरों को बताने की इक्षा है ,गांवों में कई देश भक्त ब्लोगर भी बनाने का प्रयास कर रहा हूँ इसके लिए http://jantakireport .blogspot .com पर जाकर नए ब्लोगरों का आपलोग हौसला बढ़ा सकते हैं | मुझे एहसास हो रहा है की हर गांव में भगत सिंह,चंद्रशेखर आजाद,डॉ.राजेन्द्रप्रसाद और महात्मा गाँधी आज भी मौजूद है जिसे सुरक्षा और सहायता के साथ एकजुटता की ताकत पहुँचाने की जरूरत है | एक-दो दिन में सीतामढ़ी के DM और SP से सामाजिक मुद्दों पर मीटिंग है देखिये क्या परिणाम और सार्थक पहल की शुरूआत इन लोगों के साथ मीटिंग के बाद होती है | लगभग दस दिनों बाद दिल्ली लौटूंगा तो बिहार के जमीनी हकीकत को सभी ब्लोगरों को बताऊंगा | इस दरम्यान किसी को हमसे संपर्क करना हो तो हमें -09810752301 पर फोन कर सकते हैं | दिल्ली में आने वाले दिनों में IRI .ORG .IN के संस्थापक सदस्यों से हमारी मीटिंग है जिसमे हम सामाजिक मुद्दों पर गंभीर ब्लोगरों को भी इस मीटिंग में जरूर शामिल करने का प्रयास करेंगे जिससे पूरे देश में असल लोकतंत्र के लिए आंदोलनरत लोगों के लिए एक मजबूत सुरक्षा तंत्र का निर्माण किया जा सके |

अजय कुमार said...

नेक काम किया है आपने ,अभी जाते हैं ।

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